चालीसा ॥ श्री – हनुमान || Hanuman Chalisa Pdf |हनुमान चालीसा हिंदी में pdf 2023

हनुमान चालीसा एक बहुत ही शुद्ध और पवित्र स्त्रोत है जिसे गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित किया गया है। इस लेख में हम आपको हनुमान चालीसा हिंदी में pdf फ्री में कैसे डाउनलोड करें Hanuman Chalisa Pdf फ्री में डाउनलोड करने के लिए एचडी नीचे दिए हुए बटन के माध्यम से अपने मोबाइल में आसानी से डाउनलोड करके सेव कर सकते हैं और जब आप इसे पढ़ना चाहे तो मोबाइल के माध्यम से आसानी से इसका स्लोगन कर सकते हैं।

हनुमान चालीसा को गोस्वामी तुलसीदास द्वारा अवधी भाषा में लिखा गया है जो 40 शब्द में प्रस्तुत किया गया है। हनुमान चालीसा को हनुमान जी के गुणगान करते हुए भगवान राम को अपना गुरु मानते हुए हनुमान जी द्वारा भगवान राम को एक प्रिय शिष्य हनुमान के द्वारा समर्पित किया गया है।

ऐसा माना जाता है कि दिन में सात बार हनुमान चालीसा का पाठ करने से व्यक्ति के मन में शांति मिलती है और उसको अपार धनात्मक ऊर्जा का एहसास होता है।

हनुमान चालीसा में भगवान हनुमान की उपलब्धि और उनकी प्रशंसा की गुण गानों की व्याख्या की गई है चलिए नीचे के लेख में भगवान हनुमान की हनुमान चालीसा और उनकी आरती आदि के बारे में अलग-अलग भाषाओं में जानकारी प्राप्त करते हैं।

 

Table of Contents

चालीसा ॥ – ॥ श्री – हनुमान || Hanuman Chalisa Pdf Free Download 2023:-

हनुमान चालीसा एक बहुत ही लोकप्रिय प्रसिद्ध और धार्मिक स्त्रोत है जिसे हनुमान के भक्तों द्वारा बहुत ही अधिक पसंद किया जाता है जब लोग अपने आप को किसी मुसीबत या संकट में घिरा हुआ महसूस करते हैं। तो बह भगवान हनुमान द्वारा प्रस्तुत भगवान राम के शिष्य हनुमान के द्वारा उनके महान उपलब्धियां और गुणगान के बारे में इस स्त्रोत का अपने पूर्ण और सच्चे मन इसका मन ही मन याद करते हैं

जिससे उनके सारे संकट दूर चले जाते हैं इसलिए हमने Hanuman Chalisa Pdf फाइल हिंदी भाषा में और अन्य भिन्न-भिन्न भाषाओं में प्रदान कराई है जिसे भिन्न भिन्न भाषाओं को जानने वाले भिन्न-भिन्न लोग अपनी भाषा के अनुसार अपने मोबाइल में आसानी से hanuman chalisha pdf अपने मोबाइल या किसी डिजिटल डिवाइस में डाउनलोड कर सकते हैं।

चालीसा ॥ – ॥ श्री – हनुमान || Hanuman Chalisa Pdf Free Download 2023:-

हनुमान चालीसा एक बहुत ही लोकप्रिय प्रसिद्ध और धार्मिक स्त्रोत है जिसे हनुमान के भक्तों द्वारा बहुत ही अधिक पसंद किया जाता है जब लोग अपने आप को किसी मुसीबत या संकट में घिरा हुआ महसूस करते हैं। तो बह भगवान हनुमान द्वारा प्रस्तुत भगवान राम के शिष्य हनुमान के द्वारा उनके महान उपलब्धियां और गुणगान के बारे में इस स्त्रोत का अपने पूर्ण और सच्चे मन इसका मन ही मन याद करते हैं

जिससे उनके सारे संकट दूर चले जाते हैं इसलिए हमने Hanuman Chalisa Pdf फाइल हिंदी भाषा में और अन्य भिन्न-भिन्न भाषाओं में प्रदान कराई है जिसे भिन्न भिन्न भाषाओं को जानने वाले भिन्न-भिन्न लोग अपनी भाषा के अनुसार अपने मोबाइल में आसानी से hanuman chalisha pdf अपने मोबाइल या किसी डिजिटल डिवाइस में डाउनलोड कर सकते हैं।

Hanuman Chalisa Pdf:-

जो लोग हनुमान चालीसा का नित्य प्रतिदिन पाठ करते हैं ऐसे लोगों के लिए हमने इस लेख के माध्यम से नीचे दिए बटन के माध्यम से hanuman chalisa hindi में pdf फाइल फ्री में प्रदान कराई है जिसे आप इस बटन पर क्लिक करके आसानी से अपने किसी भी डिजिटल डिवाइस मोबाइल लैपटॉप आदि में डाउनलोड कर सकते हैं हनुमान चालीसा हिंदी में अर्थ सहित pdf फाइल नीचे दिए गए बटन के माध्यम से प्रदान कराई गई है आप इस पर क्लिक करके इस पीडीएफ फाइल को डाउनलोड कर सकते हैं।

 

 

 

 

श्री – हनुमान चालीसा || Hanuman Chalisa:-

हनुमान चालीसा पूरे भारत में सबसे ज्यादा पढ़ी जाने वाली सबसे लोकप्रिय और धार्मिक स्त्रोत है जिसे लोग इसे नित्य प्रतिदिन मंदिरों या अपने घरों में अपनी धार्मिक स्तुति को पूर्ण करने के लिए अपने मन को शांत करने के लिए इसक गुणगान करते हैं।

हनुमान चालीसा में इतनी शक्ति है कि अगर आप इसे मन से और सच्चे हृदय से इसका गुणगान करते हैं तो आपके सभी संकट दूर हो जाते हैं और आप सभी संकटों से मुक्त हो जाते हैं।

 

Hanuman Chalisa in Hindi:-

नीचे के लेख में हमने हनुमान चालीसा लिखित में प्रस्तुत की है जिसका हिंदी में अनुवाद किया है जिसे आप ऑनलाइन माध्यम से पढ़ना चाहते हैं तो आप इसे नीचे के लेख के माध्यम से पढ़ सकते हैं हनुमान चालीसा का पाठ हिंदी में करने के लिए नीचे के लेख को पढ़ सकते हैं अगर आप हनुमान चालीसा हिंदी में अर्थ सहित पढ़ना चाहते हैं तो आप इसकी पीडीएफ फाइल ऊपर दिए गए बटन के माध्यम से डाउनलोड करके हिंदी में अर्थ सहित पढ़ सकते हैं।

दोहा

श्रीगुरु चरन सरोज रज निज मनु मुकुरु सुधारि ।

बरनउँ रघुबर बिमल जसु जो दायकु फल चारि ॥

बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन कुमार

बल बुधि विद्या देहु मोहि, हरहु कलेश विकार

चौपाई

जय हनुमान ज्ञान गुन सागर

जय कपीस तिहुँ लोक उजागर॥१॥

राम दूत अतुलित बल धामा

अंजनि पुत्र पवनसुत नामा॥२॥

महाबीर बिक्रम बजरंगी

कुमति निवार सुमति के संगी॥३॥

कंचन बरन बिराज सुबेसा

कानन कुंडल कुँचित केसा॥४॥

हाथ बज्र अरु ध्वजा बिराजे

काँधे मूँज जनेऊ साजे॥५॥

शंकर सुवन केसरी नंदन

तेज प्रताप महा जगवंदन॥६॥

विद्यावान गुनी अति चातुर

राम काज करिबे को आतुर॥७॥

प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया

राम लखन सीता मनबसिया॥८॥

सूक्ष्म रूप धरि सियहि दिखावा

विकट रूप धरि लंक जरावा॥९॥

भीम रूप धरि असुर सँहारे

रामचंद्र के काज सवाँरे॥१०॥

लाय सजीवन लखन जियाए

श्री रघुबीर हरषि उर लाए॥११॥

रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई

तुम मम प्रिय भरत-हि सम भाई॥१२॥

सहस बदन तुम्हरो जस गावै

अस कहि श्रीपति कंठ लगावै॥१३॥

सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा

नारद सारद सहित अहीसा॥१४॥

जम कुबेर दिगपाल जहाँ ते

कवि कोविद कहि सके कहाँ ते॥१५॥

तुम उपकार सुग्रीवहि कीन्हा

राम मिलाय राज पद दीन्हा॥१६॥

तुम्हरो मंत्र बिभीषण माना

लंकेश्वर भये सब जग जाना॥१७॥

जुग सहस्त्र जोजन पर भानू

लिल्यो ताहि मधुर फ़ल जानू॥१८॥

प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माही

जलधि लाँघि गए अचरज नाही॥१९॥

दुर्गम काज जगत के जेते

सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते॥२०॥

राम दुआरे तुम रखवारे

होत ना आज्ञा बिनु पैसारे॥२१॥

सब सुख लहैं तुम्हारी सरना

तुम रक्षक काहु को डरना॥२२॥

आपन तेज सम्हारो आपै

तीनों लोक हाँक तै कापै॥२३॥

भूत पिशाच निकट नहि आवै

महावीर जब नाम सुनावै॥२४॥

नासै रोग हरे सब पीरा

जपत निरंतर हनुमत बीरा॥२५॥

संकट तै हनुमान छुडावै

मन क्रम वचन ध्यान जो लावै॥२६॥

सब पर राम तपस्वी राजा

तिनके काज सकल तुम साजा॥२७॥

और मनोरथ जो कोई लावै

सोई अमित जीवन फल पावै॥२८॥

चारों जुग परताप तुम्हारा

है परसिद्ध जगत उजियारा॥२९॥

साधु संत के तुम रखवारे

असुर निकंदन राम दुलारे॥३०॥

अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता

अस बर दीन जानकी माता॥३१॥

राम रसायन तुम्हरे पासा

सदा रहो रघुपति के दासा॥३२॥

तुम्हरे भजन राम को पावै

जनम जनम के दुख बिसरावै॥३३॥

अंतकाल रघुवरपुर जाई

जहाँ जन्म हरिभक्त कहाई॥३४॥

और देवता चित्त ना धरई

हनुमत सेई सर्व सुख करई॥३५॥

संकट कटै मिटै सब पीरा

जो सुमिरै हनुमत बलबीरा॥३६॥

जै जै जै हनुमान गुसाईँ

कृपा करहु गुरु देव की नाई॥३७॥

जो सत बार पाठ कर कोई

छूटहि बंदि महा सुख होई॥३८॥

जो यह पढ़े हनुमान चालीसा

होय सिद्ध साखी गौरीसा॥३९॥

तुलसीदास सदा हरि चेरा

कीजै नाथ हृदय मह डेरा॥४०॥

दोहा

पवन तनय संकट हरन, मंगल मूरति रूप।

राम लखन सीता सहित, हृदय बसहु सुर भूप॥

Hanuman Chalisa in English:-

जो भक्तजन हनुमान चालीसा को इंग्लिश भाषा में पढ़ना चाहते हैं तो उनके लिए हमने नीचे के लेख में हनुमान चालीसा को इंग्लिश में प्रस्तुत किया है आज से इंग्लिश में भी आसानी से पढ़ सकते हैं।

Doha

Shri Guru Charan Saroj raj Nija manu Mukura sudhari

Baranau Raghuvar Bimal Jasu Jo Dayaku Phala Chari

Budheeheen Tanu Jannike Sumiro Pavan Kumara

Bal Buddhi Vidya Dehoo Mohee Harahu Kalesh Vikaar

 

Chaupaii

Jai Hanuman gyan gun sagar

Jai Kapis tihun lok ujagar

Ram doot atulit bal dhama

Anjani putra Pavan sut nama

 

Mahabir vikram Bajrangi

Kumati nivar sumati Ke sangi

Kanchan varan viraj subesa

Kanan Kundal Kunchit Kesha

 

Hath Vajra Aur Dhwaja Viraje

Kaandhe moonj janeu saaje

Sankar suvan kesri Nandan

Tej prataap maha jag vandan

 

Vidyavaan guni ati chatur

Ram kaj karibe ko aatur

Prabhu charitra sunibe ko rasiya

Ram Lakhan Sita man Basiya

 

Sukshma roop dhari Siyahi dikhava

Vikat roop dhari lank jalava

Bhim roop dhari asur sanhare

Ramachandra ke kaj sanvare

 

Laye Sanjivan Lakhan Jiyaye

Shri Raghuvir Harashi ur laye

Raghupati Kinhi bahut badai

Tum mama priya Bharat-hi-sam bhai

 

Sahas badan tumharo yash gaave

As kahi Shripati kanth lagaave

Sankadhik Brahmaadi Muneesa

Narad Sarad sahit Aheesa

 

Yam Kuber Dikpaal Jahan te

Kavi kovid kahi sake kahan te

Tum upkar Sugreevahin keenha

Ram milaye rajpad deenha

 

Tumhro mantra Vibheeshan maana

Lankeshwar Bhaye Sab jag jana

Yug sahasra yojan par Bhanu

Leelyo tahi madhur phal janu

 

Prabhu mudrika meli mukh mahee

Jaladhi langhi gaye achraj nahee

Durgam kaj jagat ke jete

Sugam anugraha tumhre tete

 

Ram duwaare tum rakhvare

Hot na agya binu paisare

Sab sukh lahai tumhari sarna

Tum rakshak kahu ko darna

 

Aapan tej samharo aapai

Teenon lok hank te kanpai

Bhoot pisaach Nikat nahin aavai

Mahavir jab naam sunavai

 

Nase rog harae sab peera

Japat nirantar Hanumat beera

Sankat se Hanuman chhudavai

Man Kram Vachan dhyan jo lavai

 

Sab par Ram tapasvee raja

Tin ke kaj sakal Tum saja

Aur manorath jo koi lavai

Soi amit jeevan phal pavai

 

Charon jug partap tumhara

Hai parsiddh jagat ujiyara

Sadhu Sant ke tum Rakhware

Asur nikandan Ram dulare

 

Ashta siddhi nav nidhi ke data

As var deen Janki mata

Ram rasayan tumhare pasa

Sada raho Raghupati ke dasa

 

Tumhare bhajan Ram ko pavai

Janam janam ke dukh bisraavai

Antkaal Raghuvar pur jayee

Jahan janam Hari Bhakt Kahayee

 

Aur Devta Chitt na dharahin

Hanumat sei sarv sukh karahin

Sankat kate mite sab peera

Jo sumirai Hanumat Balbeera

 

Jai Jai Jai Hanuman Gosain

Kripa Karahun Gurudev ki nayin

Jo shat bar path kare koi

Chhutahin bandi maha sukh hoi

 

Jo yeh padhe Hanuman Chalisa

Hoye siddhi saakhi Gaureesa

Tulsidas sada hari chera

Keejai Nath Hriday mahn dera

 

Doha

Pavan Tanay Sankat Harana Mangala Murati Roop

Ram Lakhan Sita Sahita Hriday Basahu Soor Bhoop

अगर आप हनुमान चालीसा की पीडीएफ फाइल इंग्लिश भाषा में डाउनलोड करना चाहते हैं तो नीचे दिए गए लिंक पर आप क्लिक करके इसे इंग्लिश भाषा में डाउनलोड कर सकते हैं जो बिल्कुल फ्री में प्रदान की गई है।

 

 

Hanuman Chalisa in Telugu:-

नीचे के लेख में हनुमान चालीसा तेलुगू भाषा में प्रदान की गई है जो तेलुगु भक्तजनों के लिए है आप इसे तेलुगु भाषा में आसानी से पढ़ कर अपनी भक्ति को पूर्ण कर सकते हैं, जय बजरंगबली।

దోహా


శ్రీ గురు చరణ సరోజ రజ నిజమన ముకుర సుధారి |
వరణౌ రఘువర విమలయశ జో దాయక ఫలచారి ||
బుద్ధిహీన తనుజానికై సుమిరౌ పవన కుమార |
బల బుద్ధి విద్యా దేహు మోహి హరహు కలేశ వికార్ ||

 

ధ్యానమ్

గోష్పదీకృత వారాశిం మశకీకృత రాక్షసమ్ |
రామాయణ మహామాలా రత్నం వందే అనిలాత్మజమ్ ||
యత్ర యత్ర రఘునాథ కీర్తనం తత్ర తత్ర కృతమస్తకాంజలిమ్ |
భాష్పవారి పరిపూర్ణ లోచనం మారుతిం నమత రాక్షసాంతకమ్ ||
 
 

చౌపాఈ


జయ హనుమాన ఙ్ఞాన గుణ సాగర |
జయ కపీశ తిహు లోక ఉజాగర || 1 ||
 
 
రామదూత అతులిత బలధామా |
అంజని పుత్ర పవనసుత నామా || 2 ||
 
మహావీర విక్రమ బజరంగీ |
కుమతి నివార సుమతి కే సంగీ ||3 ||
 
 
కంచన వరణ విరాజ సువేశా |
కానన కుండల కుంచిత కేశా || 4 ||
 
హాథవజ్ర ఔ ధ్వజా విరాజై |
కాంథే మూంజ జనేవూ సాజై || 5||
 
 
శంకర సువన కేసరీ నందన |
తేజ ప్రతాప మహాజగ వందన || 6 ||
 
 
విద్యావాన గుణీ అతి చాతుర |
రామ కాజ కరివే కో ఆతుర || 7 ||
 
ప్రభు చరిత్ర సునివే కో రసియా |
రామలఖన సీతా మన బసియా || 8||
 
 
సూక్ష్మ రూపధరి సియహి దిఖావా |
వికట రూపధరి లంక జరావా || 9 ||
 
 
భీమ రూపధరి అసుర సంహారే |
రామచంద్ర కే కాజ సంవారే || 10 ||
 
 
లాయ సంజీవన లఖన జియాయే |
శ్రీ రఘువీర హరషి ఉరలాయే || 11 ||
 
 
రఘుపతి కీన్హీ బహుత బడాయీ |
తుమ మమ ప్రియ భరతహి సమ భాయీ || 12 |
 
 
సహస వదన తుమ్హరో యశగావై |
అస కహి శ్రీపతి కంఠ లగావై || 13 ||
 
 
సనకాదిక బ్రహ్మాది మునీశా |
నారద శారద సహిత అహీశా || 14 ||
 
 
యమ కుబేర దిగపాల జహాఁ తే |
కవి కోవిద కహి సకే కహాఁ తే || 15 ||
 
 
తుమ ఉపకార సుగ్రీవహి కీన్హా |
రామ మిలాయ రాజపద దీన్హా || 16 |
 
 
తుమ్హరో మంత్ర విభీషణ మానా |
లంకేశ్వర భయే సబ జగ జానా || 17 ||
 
 
యుగ సహస్ర యోజన పర భానూ |
లీల్యో తాహి మధుర ఫల జానూ || 18 ||
 
 
ప్రభు ముద్రికా మేలి ముఖ మాహీ |
జలధి లాంఘి గయే అచరజ నాహీ || 19 ||
 
దుర్గమ కాజ జగత కే జేతే |
సుగమ అనుగ్రహ తుమ్హరే తేతే || 20 |
 
రామ దుఆరే తుమ రఖవారే |
హోత న ఆఙ్ఞా బిను పైసారే || 21 ||
 
 
సబ సుఖ లహై తుమ్హారీ శరణా |
తుమ రక్షక కాహూ కో డర నా || 22 ||
 
ఆపన తేజ తుమ్హారో ఆపై |
తీనోఁ లోక హాంక తే కాంపై || 23 ||
 
భూత పిశాచ నికట నహి ఆవై |
మహవీర జబ నామ సునావై || 24 ||
 
నాసై రోగ హరై సబ పీరా |
జపత నిరంతర హనుమత వీరా || 25 ||
 
 
సంకట సేఁ హనుమాన ఛుడావై |
మన క్రమ వచన ధ్యాన జో లావై || 26 ||
 
సబ పర రామ తపస్వీ రాజా |
తినకే కాజ సకల తుమ సాజా || 27 ||
 
 
ఔర మనోరధ జో కోయి లావై |
తాసు అమిత జీవన ఫల పావై || 28 ||
 
 
చారో యుగ పరితాప తుమ్హారా |
హై పరసిద్ధ జగత ఉజియారా || 29 ||
 
సాధు సంత కే తుమ రఖవారే |
అసుర నికందన రామ దులారే || 30 ||
 
అష్ఠసిద్ధి నవ నిధి కే దాతా |
అస వర దీన్హ జానకీ మాతా || 31 ||
 
రామ రసాయన తుమ్హారే పాసా |
సాద రహో రఘుపతి కే దాసా || 32 ||
 
 
తుమ్హరే భజన రామకో పావై |
జన్మ జన్మ కే దుఖ బిసరావై || 33 ||
 
 
అంత కాల రఘువర పురజాయీ |
జహాఁ జన్మ హరిభక్త కహాయీ || 34 ||
 
ఔర దేవతా చిత్త న ధరయీ |
హనుమత సేయి సర్వ సుఖ కరయీ || 35 ||
 
 
సంకట కటై మిటై సబ పీరా |
జో సుమిరై హనుమత బల వీరా || 36 ||
 
 
జై జై జై హనుమాన గోసాయీ |
కృపా కరో గురుదేవ కీ నాయీ || 37 ||
 
 
జో శత వార పాఠ కర కోయీ |
ఛూటహి బంది మహా సుఖ హోయీ || 38 ||
 
 
జో యహ పడై హనుమాన చాలీసా |
హోయ సిద్ధి సాఖీ గౌరీశా || 39 ||
 
 
తులసీదాస సదా హరి చేరా |
కీజై నాథ హృదయ మహ డేరా || 40 ||
 

 

దోహా


పవన తనయ సంకట హరణ – మంగళ మూరతి రూప్ |
రామ లఖన సీతా సహిత – హృదయ బసహు సురభూప్ ||
సియావర రామచంద్రకీ జయ | పవనసుత హనుమానకీ జయ | బోలో భాయీ సబ సంతనకీ జయ |
 
 

Hanuman Chalisa in Bengali:-

श्री हनुमान जी के ऐसे भक्त जो बंगाली भाषा में अपनी भक्ति को पूर्ण करना चाहते हैं और हनुमान चालीसा का गुणगान बंगाली भाषा में करना चाहते हैं तो ऐसे भक्त जनों के लिए हमने इस लेख के माध्यम से पूर्ण हनुमान चालीसा को बंगाली भाषा में प्रस्तुत किया है जिसे आप ऑनलाइन माध्यम से पढ़ कर अपनी भक्ति पूर्ण कर सकते हैं और हनुमान जी से आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।

হনুমান্ চালীসা

 

দোহা

 
শ্রী গুরু চরণ সরোজ রজ নিজমন মুকুর সুধারি ।
বরণৌ রঘুবর বিমলযশ জো দাযক ফলচারি ॥
বুদ্ধিহীন তনুজানিকৈ সুমিরৌ পবন কুমার ।
বল বুদ্ধি বিদ্যা দেহু মোহি হরহু কলেশ বিকার ॥

 

 

ধ্যানম্

 
গোষ্পদীকৃত বারাশিং মশকীকৃত রাক্ষসম্ ।
রামাযণ মহামালা রত্নং বংদে-(অ)নিলাত্মজম্ ॥
যত্র যত্র রঘুনাথ কীর্তনং তত্র তত্র কৃতমস্তকাংজলিম্ ।
ভাষ্পবারি পরিপূর্ণ লোচনং মারুতিং নমত রাক্ষসাংতকম্ ॥

 

চৌপাঈ

 
জয হনুমান জ্ঞান গুণ সাগর ।
জয কপীশ তিহু লোক উজাগর ॥ 1 ॥

 

 

রামদূত অতুলিত বলধামা ।
অংজনি পুত্র পবনসুত নামা ॥ 2 ॥

 

 

মহাবীর বিক্রম বজরংগী ।
কুমতি নিবার সুমতি কে সংগী ॥3 ॥

 

 

কংচন বরণ বিরাজ সুবেশা ।
কানন কুংডল কুংচিত কেশা ॥ 4 ॥

 

 

হাথবজ্র ঔ ধ্বজা বিরাজৈ ।
কাংথে মূংজ জনেবূ সাজৈ ॥ 5॥

 

 

শংকর সুবন কেসরী নংদন ।
তেজ প্রতাপ মহাজগ বংদন ॥ 6 ॥

 

 

বিদ্যাবান গুণী অতি চাতুর ।
রাম কাজ করিবে কো আতুর ॥ 7 ॥

 

 

প্রভু চরিত্র সুনিবে কো রসিযা ।
রামলখন সীতা মন বসিযা ॥ 8॥

 

 

সূক্ষ্ম রূপধরি সিযহি দিখাবা ।
বিকট রূপধরি লংক জলাবা ॥ 9 ॥

 

 

ভীম রূপধরি অসুর সংহারে ।
রামচংদ্র কে কাজ সংবারে ॥ 10 ॥

 

 

লায সংজীবন লখন জিযাযে ।
শ্রী রঘুবীর হরষি উরলাযে ॥ 11 ॥

 

 

রঘুপতি কীন্হী বহুত বডাযী ।
তুম মম প্রিয ভরত সম ভাযী ॥ 12 ॥

 

 

সহস্র বদন তুম্হরো যশগাবৈ ।
অস কহি শ্রীপতি কংঠ লগাবৈ ॥ 13 ॥

 

 

সনকাদিক ব্রহ্মাদি মুনীশা ।
নারদ শারদ সহিত অহীশা ॥ 14 ॥

 

 

যম কুবের দিগপাল জহাং তে ।
কবি কোবিদ কহি সকে কহাং তে ॥ 15 ॥

 

 

তুম উপকার সুগ্রীবহি কীন্হা ।
রাম মিলায রাজপদ দীন্হা ॥ 16 ॥

 

 

তুম্হরো মংত্র বিভীষণ মানা ।
লংকেশ্বর ভযে সব জগ জানা ॥ 17 ॥

 

 

যুগ সহস্র যোজন পর ভানূ ।
লীল্যো তাহি মধুর ফল জানূ ॥ 18 ॥

 

 

প্রভু মুদ্রিকা মেলি মুখ মাহী ।
জলধি লাংঘি গযে অচরজ নাহী ॥ 19 ॥

 

 

দুর্গম কাজ জগত কে জেতে ।
সুগম অনুগ্রহ তুম্হরে তেতে ॥ 20 ॥

 

 

রাম দুআরে তুম রখবারে ।
হোত ন আজ্ঞা বিনু পৈসারে ॥ 21 ॥

 

 

সব সুখ লহৈ তুম্হারী শরণা ।
তুম রক্ষক কাহূ কো ডর না ॥ 22 ॥

 

 

আপন তেজ সম্হারো আপৈ ।
তীনোং লোক হাংক তে কাংপৈ ॥ 23 ॥

 

 

ভূত পিশাচ নিকট নহি আবৈ ।
মহবীর জব নাম সুনাবৈ ॥ 24 ॥

 

 

নাসৈ রোগ হরৈ সব পীরা ।
জপত নিরংতর হনুমত বীরা ॥ 25 ॥

 

 

সংকট সে হনুমান ছুডাবৈ ।
মন ক্রম বচন ধ্যান জো লাবৈ ॥ 26 ॥

 

 

সব পর রাম তপস্বী রাজা ।
তিনকে কাজ সকল তুম সাজা ॥ 27 ॥

 

 

ঔর মনোরধ জো কোযি লাবৈ ।
তাসু অমিত জীবন ফল পাবৈ ॥ 28 ॥

 

 

চারো যুগ প্রতাপ তুম্হারা ।
হৈ প্রসিদ্ধ জগত উজিযারা ॥ 29 ॥

 

 

সাধু সংত কে তুম রখবারে ।
অসুর নিকংদন রাম দুলারে ॥ 30 ॥

 

 

অষ্ঠসিদ্ধি নব নিধি কে দাতা ।
অস বর দীন্হ জানকী মাতা ॥ 31 ॥

 

 

রাম রসাযন তুম্হারে পাসা ।
সদা রহো রঘুপতি কে দাসা ॥ 32 ॥

 

 

তুম্হরে ভজন রামকো পাবৈ ।
জন্ম জন্ম কে দুখ বিসরাবৈ ॥ 33 ॥

 

 

অংত কাল রঘুপতি পুরজাযী ।
জহাং জন্ম হরিভক্ত কহাযী ॥ 34 ॥

 

 

ঔর দেবতা চিত্ত ন ধরযী ।
হনুমত সেযি সর্ব সুখ করযী ॥ 35 ॥

 

 

সংকট ক(হ)টৈ মিটৈ সব পীরা ।
জো সুমিরৈ হনুমত বল বীরা ॥ 36 ॥

 

 

জৈ জৈ জৈ হনুমান গোসাযী ।
কৃপা করহু গুরুদেব কী নাযী ॥ 37 ॥

 

 

জো শত বার পাঠ কর কোযী ।
ছূটহি বংদি মহা সুখ হোযী ॥ 38 ॥

 

 

জো যহ পডৈ হনুমান চালীসা ।
হোয সিদ্ধি সাখী গৌরীশা ॥ 39 ॥

 

 

তুলসীদাস সদা হরি চেরা ।
কীজৈ নাথ হৃদয মহ ডেরা ॥ 40 ॥

 

 

দোহা

 
পবন তনয সংকট হরণ – মংগল মূরতি রূপ্ ।
রাম লখন সীতা সহিত – হৃদয বসহু সুরভূপ্ ॥
সিযাবর রামচংদ্রকী জয । পবনসুত হনুমানকী জয । বোলো ভাযী সব সংতনকী জয ।
 
 
 

Hanuman Chalisa in Kannada:-

हमारे प्रिय भक्त जनों जो कन्नड़ भाषा में हमारे बल और बुद्धि के देवता श्री हनुमान जी का हनुमान चालीसा पाठ कन्नड़ भाषा में करना चाहते हैं तो ऐसे प्रिय भक्त जनों को इस लेख के माध्यम से नीचे कुछ लाइनों के द्वारा ऑनलाइन माध्यम से हनुमान चालीसा का पाठ कन्नड़ भाषा में प्रदान कराया गया है जिसे आप आसानी से कन्नड़ भाषा में गुणगान करके श्री हनुमान जी का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।

ಹನುಮಾನ್ ಚಾಲೀಸಾ

 

ದೋಹಾ

 
ಶ್ರೀ ಗುರು ಚರಣ ಸರೋಜ ರಜ ನಿಜಮನ ಮುಕುರ ಸುಧಾರಿ ।
ವರಣೌ ರಘುವರ ವಿಮಲಯಶ ಜೋ ದಾಯಕ ಫಲಚಾರಿ ॥
ಬುದ್ಧಿಹೀನ ತನುಜಾನಿಕೈ ಸುಮಿರೌ ಪವನ ಕುಮಾರ ।
ಬಲ ಬುದ್ಧಿ ವಿದ್ಯಾ ದೇಹು ಮೋಹಿ ಹರಹು ಕಲೇಶ ವಿಕಾರ ॥

 

 

ಧ್ಯಾನಂ

 
ಗೋಷ್ಪದೀಕೃತ ವಾರಾಶಿಂ ಮಶಕೀಕೃತ ರಾಕ್ಷಸಮ್ ।
ರಾಮಾಯಣ ಮಹಾಮಾಲಾ ರತ್ನಂ ವಂದೇ-(ಅ)ನಿಲಾತ್ಮಜಮ್ ॥
ಯತ್ರ ಯತ್ರ ರಘುನಾಥ ಕೀರ್ತನಂ ತತ್ರ ತತ್ರ ಕೃತಮಸ್ತಕಾಂಜಲಿಮ್ ।
ಭಾಷ್ಪವಾರಿ ಪರಿಪೂರ್ಣ ಲೋಚನಂ ಮಾರುತಿಂ ನಮತ ರಾಕ್ಷಸಾಂತಕಮ್ ॥

 

 

ಚೌಪಾಈ

 
ಜಯ ಹನುಮಾನ ಜ್ಞಾನ ಗುಣ ಸಾಗರ ।
ಜಯ ಕಪೀಶ ತಿಹು ಲೋಕ ಉಜಾಗರ ॥ 1 ॥

 

 

ರಾಮದೂತ ಅತುಲಿತ ಬಲಧಾಮಾ ।
ಅಂಜನಿ ಪುತ್ರ ಪವನಸುತ ನಾಮಾ ॥ 2 ॥

 

 

ಮಹಾವೀರ ವಿಕ್ರಮ ಬಜರಂಗೀ ।
ಕುಮತಿ ನಿವಾರ ಸುಮತಿ ಕೇ ಸಂಗೀ ॥3 ॥

 

 

ಕಂಚನ ವರಣ ವಿರಾಜ ಸುವೇಶಾ ।
ಕಾನನ ಕುಂಡಲ ಕುಂಚಿತ ಕೇಶಾ ॥ 4 ॥

 

 

ಹಾಥವಜ್ರ ಔ ಧ್ವಜಾ ವಿರಾಜೈ ।
ಕಾಂಥೇ ಮೂಂಜ ಜನೇವೂ ಸಾಜೈ ॥ 5॥

 

 

ಶಂಕರ ಸುವನ ಕೇಸರೀ ನಂದನ ।
ತೇಜ ಪ್ರತಾಪ ಮಹಾಜಗ ವಂದನ ॥ 6 ॥

 

 

ವಿದ್ಯಾವಾನ ಗುಣೀ ಅತಿ ಚಾತುರ ।
ರಾಮ ಕಾಜ ಕರಿವೇ ಕೋ ಆತುರ ॥ 7 ॥

 

 

ಪ್ರಭು ಚರಿತ್ರ ಸುನಿವೇ ಕೋ ರಸಿಯಾ ।
ರಾಮಲಖನ ಸೀತಾ ಮನ ಬಸಿಯಾ ॥ 8॥

 

 

ಸೂಕ್ಷ್ಮ ರೂಪಧರಿ ಸಿಯಹಿ ದಿಖಾವಾ ।
ವಿಕಟ ರೂಪಧರಿ ಲಂಕ ಜಲಾವಾ ॥ 9 ॥

 

 

ಭೀಮ ರೂಪಧರಿ ಅಸುರ ಸಂಹಾರೇ ।
ರಾಮಚಂದ್ರ ಕೇ ಕಾಜ ಸಂವಾರೇ ॥ 10 ॥

 

 

ಲಾಯ ಸಂಜೀವನ ಲಖನ ಜಿಯಾಯೇ ।
ಶ್ರೀ ರಘುವೀರ ಹರಷಿ ಉರಲಾಯೇ ॥ 11 ॥

 

 

ರಘುಪತಿ ಕೀನ್ಹೀ ಬಹುತ ಬಡಾಯೀ ।
ತುಮ ಮಮ ಪ್ರಿಯ ಭರತ ಸಮ ಭಾಯೀ ॥ 12 ॥

 

 

ಸಹಸ್ರ ವದನ ತುಮ್ಹರೋ ಯಶಗಾವೈ ।
ಅಸ ಕಹಿ ಶ್ರೀಪತಿ ಕಂಠ ಲಗಾವೈ ॥ 13 ॥

 

 

ಸನಕಾದಿಕ ಬ್ರಹ್ಮಾದಿ ಮುನೀಶಾ ।
ನಾರದ ಶಾರದ ಸಹಿತ ಅಹೀಶಾ ॥ 14 ॥

 

 

ಯಮ ಕುಬೇರ ದಿಗಪಾಲ ಜಹಾಂ ತೇ ।
ಕವಿ ಕೋವಿದ ಕಹಿ ಸಕೇ ಕಹಾಂ ತೇ ॥ 15 ॥

 

 

ತುಮ ಉಪಕಾರ ಸುಗ್ರೀವಹಿ ಕೀನ್ಹಾ ।
ರಾಮ ಮಿಲಾಯ ರಾಜಪದ ದೀನ್ಹಾ ॥ 16 ॥

 

 

ತುಮ್ಹರೋ ಮಂತ್ರ ವಿಭೀಷಣ ಮಾನಾ ।
ಲಂಕೇಶ್ವರ ಭಯೇ ಸಬ ಜಗ ಜಾನಾ ॥ 17 ॥

 

 

ಯುಗ ಸಹಸ್ರ ಯೋಜನ ಪರ ಭಾನೂ ।
ಲೀಲ್ಯೋ ತಾಹಿ ಮಧುರ ಫಲ ಜಾನೂ ॥ 18 ॥

 

 

ಪ್ರಭು ಮುದ್ರಿಕಾ ಮೇಲಿ ಮುಖ ಮಾಹೀ ।
ಜಲಧಿ ಲಾಂಘಿ ಗಯೇ ಅಚರಜ ನಾಹೀ ॥ 19 ॥

 

 

ದುರ್ಗಮ ಕಾಜ ಜಗತ ಕೇ ಜೇತೇ ।
ಸುಗಮ ಅನುಗ್ರಹ ತುಮ್ಹರೇ ತೇತೇ ॥ 20 ॥

 

 

ರಾಮ ದುಆರೇ ತುಮ ರಖವಾರೇ ।
ಹೋತ ನ ಆಜ್ಞಾ ಬಿನು ಪೈಸಾರೇ ॥ 21 ॥

 

 

ಸಬ ಸುಖ ಲಹೈ ತುಮ್ಹಾರೀ ಶರಣಾ ।
ತುಮ ರಕ್ಷಕ ಕಾಹೂ ಕೋ ಡರ ನಾ ॥ 22 ॥

 

 

ಆಪನ ತೇಜ ಸಮ್ಹಾರೋ ಆಪೈ ।
ತೀನೋಂ ಲೋಕ ಹಾಂಕ ತೇ ಕಾಂಪೈ ॥ 23 ॥

 

 

ಭೂತ ಪಿಶಾಚ ನಿಕಟ ನಹಿ ಆವೈ ।
ಮಹವೀರ ಜಬ ನಾಮ ಸುನಾವೈ ॥ 24 ॥

 

 

ನಾಸೈ ರೋಗ ಹರೈ ಸಬ ಪೀರಾ ।
ಜಪತ ನಿರಂತರ ಹನುಮತ ವೀರಾ ॥ 25 ॥

 

 

ಸಂಕಟ ಸೇ ಹನುಮಾನ ಛುಡಾವೈ ।
ಮನ ಕ್ರಮ ವಚನ ಧ್ಯಾನ ಜೋ ಲಾವೈ ॥ 26 ॥

 

 

ಸಬ ಪರ ರಾಮ ತಪಸ್ವೀ ರಾಜಾ ।
ತಿನಕೇ ಕಾಜ ಸಕಲ ತುಮ ಸಾಜಾ ॥ 27 ॥

 

 

ಔರ ಮನೋರಧ ಜೋ ಕೋಯಿ ಲಾವೈ ।
ತಾಸು ಅಮಿತ ಜೀವನ ಫಲ ಪಾವೈ ॥ 28 ॥

 

 

ಚಾರೋ ಯುಗ ಪ್ರತಾಪ ತುಮ್ಹಾರಾ ।
ಹೈ ಪ್ರಸಿದ್ಧ ಜಗತ ಉಜಿಯಾರಾ ॥ 29 ॥

 

 

ಸಾಧು ಸಂತ ಕೇ ತುಮ ರಖವಾರೇ ।
ಅಸುರ ನಿಕಂದನ ರಾಮ ದುಲಾರೇ ॥ 30 ॥

 

 

ಅಷ್ಠಸಿದ್ಧಿ ನವ ನಿಧಿ ಕೇ ದಾತಾ ।
ಅಸ ವರ ದೀನ್ಹ ಜಾನಕೀ ಮಾತಾ ॥ 31 ॥

 

 

ರಾಮ ರಸಾಯನ ತುಮ್ಹಾರೇ ಪಾಸಾ ।
ಸದಾ ರಹೋ ರಘುಪತಿ ಕೇ ದಾಸಾ ॥ 32 ॥

 

 

ತುಮ್ಹರೇ ಭಜನ ರಾಮಕೋ ಪಾವೈ ।
ಜನ್ಮ ಜನ್ಮ ಕೇ ದುಖ ಬಿಸರಾವೈ ॥ 33 ॥

 

 

ಅಂತ ಕಾಲ ರಘುಪತಿ ಪುರಜಾಯೀ ।
ಜಹಾಂ ಜನ್ಮ ಹರಿಭಕ್ತ ಕಹಾಯೀ ॥ 34 ॥

 

 

ಔರ ದೇವತಾ ಚಿತ್ತ ನ ಧರಯೀ ।
ಹನುಮತ ಸೇಯಿ ಸರ್ವ ಸುಖ ಕರಯೀ ॥ 35 ॥

 

 

ಸಂಕಟ ಕ(ಹ)ಟೈ ಮಿಟೈ ಸಬ ಪೀರಾ ।
ಜೋ ಸುಮಿರೈ ಹನುಮತ ಬಲ ವೀರಾ ॥ 36 ॥

 

 

ಜೈ ಜೈ ಜೈ ಹನುಮಾನ ಗೋಸಾಯೀ ।
ಕೃಪಾ ಕರಹು ಗುರುದೇವ ಕೀ ನಾಯೀ ॥ 37 ॥

 

 

ಜೋ ಶತ ವಾರ ಪಾಠ ಕರ ಕೋಯೀ ।
ಛೂಟಹಿ ಬಂದಿ ಮಹಾ ಸುಖ ಹೋಯೀ ॥ 38 ॥

 

 

ಜೋ ಯಹ ಪಡೈ ಹನುಮಾನ ಚಾಲೀಸಾ ।
ಹೋಯ ಸಿದ್ಧಿ ಸಾಖೀ ಗೌರೀಶಾ ॥ 39 ॥

 

 

ತುಲಸೀದಾಸ ಸದಾ ಹರಿ ಚೇರಾ ।
ಕೀಜೈ ನಾಥ ಹೃದಯ ಮಹ ಡೇರಾ ॥ 40 ॥

 

 

ದೋಹಾ

 
ಪವನ ತನಯ ಸಂಕಟ ಹರಣ – ಮಂಗಳ ಮೂರತಿ ರೂಪ್ ।
ರಾಮ ಲಖನ ಸೀತಾ ಸಹಿತ – ಹೃದಯ ಬಸಹು ಸುರಭೂಪ್ ॥
ಸಿಯಾವರ ರಾಮಚಂದ್ರಕೀ ಜಯ । ಪವನಸುತ ಹನುಮಾನಕೀ ಜಯ । ಬೋಲೋ ಭಾಯೀ ಸಬ ಸಂತನಕೀ ಜಯ ।
 
 

Hanuman Chalisa in Marathi:-

श्री हनुमान जी की जय हो, हमारे प्रिय देवता जो बल और बुद्धि के प्रतीक हैं जिनके नाम मात्र से ही संकट और भूत बाधा दूर चले जाते हैं ऐसे देवता का गुणगान हम हमारे मराठी भक्तजनों के लिए नीचे केले के माध्यम से प्रदान कर आ रहे हैं मराठी भक्तजन अगर हनुमान चालीसा का पाठ Hanuman Chalisa Pdf के माध्यम से करना चाहते हैं तो इस लेख में हमने उनके लिए पीडीएफ फाइल भी प्रदान कराई है।

दोहा

श्रीगुरु चरण सरोज राज निज मनु मुकुरु सुधारी ।

बरनु रघुबर बिमल जासू जो फळ देतो.

बुद्धीहीन तनु जानिके, सुमिरून पवन कुमार

बाल बुद्धि विद्या देहू मोही, हरहु क्लेश विकार

चौपट

हनुमानाचा जयजयकार

जय कपीस तिहुं लोक उघड ॥1॥

राम दूत अतुलित बाल धामा

अंजनी पुत्र पवनसुत नांव ॥2॥

महाबीर बिक्रम बजरंगी

कुमति निवार सुमतीचे संगती ॥3॥

कांचन बरं बिराज सुबेसा

कानन कुंडल कुंचित केसा ॥4॥

हात बाजरी अरु ध्वजा बिराजे

खांदे पायलांनी शोभले ॥5॥

शंकर सुवन केसरी नंदन

तेज प्रताप महा जगवंदन ॥6॥

खूप हुशार

रामाचे कार्य करण्यास उत्सुक ॥7॥

देवाचे गौरव ऐकण्यात तुम्हाला आनंद होतो

राम लखन सीता मानबसीया ॥8॥

सूक्ष्म शाई शो

कठिण रूप घेऊनि लंक जरावा ॥9॥

भीमच्या रूपात असुर

रामचंद्राचें काम केलें ॥10॥

लई सजीवन लखन जिये

श्री रघुबीर हर्षी उर आणले ॥11॥

रघुपतीने त्याची खूप स्तुती केली

तू प्रिय भरत – तो भावासारखा ॥12॥

सहस बदन तुम्हारो जस गवई

कोठें श्रीपती गातां वाणी ॥13॥

सनकादिक ब्रह्मादि मुनिसा

अहिसासहित नारद सरद ॥14॥

जाम कुबेर दिग्पाल जहाँ ते

कोठें कवी म्हणे कोविद ॥15॥

धन्यवाद सुग्रीवाही किन्हा

राम मिलाया राज पद दीन्हा ॥16॥

तुझा मंत्र बिभीषण मानला

लंकेश्वर भाये सर्व जग जाण ॥17॥

जुग सहस्त्र जोजन वर भानु

लिल्यो ताही गोड फळ जानु ॥18॥

प्रभू मुद्रिका मेली मुखा माही

पाणी ओलांडले हे नवल नाही ॥19॥

कठीण जगावर विजय मिळवा

तुझी सहज कृपा ॥20॥

भगवान राम आमचे रक्षण करतात

आज्ञेविना मनी नाही ॥21॥

सर्व सुख तुमचे आहे

कां रक्षणकर्ता भय धरावे ॥22॥

स्वतःची काळजी घ्या

तिन्ही जग हांक तै कपाय ॥23॥

भूत पिशाच जवळ येऊ नका

जेव्हा महावीर नाम जपतो ॥24॥

नसै रोग हरे सब पिरा

जप अखंड हनुमत बिरा ॥25॥

हनुमान तुम्हाला संकटातून वाचवेल

मन क्रम शब्द ध्यान जे आणते ॥26॥

राम तपस्वी राजा सर्वांवर

तूं सजविलें पेंढ्याचें काम ॥27॥

आणि कोण कधी इच्छा आणते

सोई अमित जीवन फळ मिळाले ॥28॥

तुझे वैभव चारही युगात आहे

हा प्रसिद्ध जगाचा प्रकाश ॥29॥

तुम्ही संत आणि स्तब्धांचे रक्षणकर्ता आहात

असुर निकंदन राम दुलारे ॥30॥

अष्टसिद्धी नळ निधीचे दाता

असे बर दीन जानकीची जननी ॥31॥

राम रसायन तुम्हे पासा

सदा रघुपतीचा दास रहावे ॥32॥

तुझ्या भक्तीने श्रीरामाची प्राप्ती होते

जन्मजन्मांचे दु:ख विसरावे ॥33॥

शेवटी रघुवरपूरला जा

जेथें हरि भक्त जन्मला ॥34॥

आणि देवाला हरकत नव्हती

सर्व सुख झाले हनुमत ॥35॥

सर्व धोके दूर होतील आणि सर्व वेदना अदृश्य होतील

जो सुमिराय हनुमत बलबीरा ॥36॥

जय जय जय हनुमान गुसाई

कृपा करा गुरुदेव असे ॥37॥

जो तो 100 वेळा पाठ करतो

कैदी सुटला तेव्हा परम आनंद झाला ॥38॥

जो हनुमान चालिसा वाचतो

होय सिद्ध सखी गौरीसा ॥39॥

तुळशीदास सदा हरि चेरा

किजाई नाथ हृदय मह डेरा ॥40॥

दोहा

पवन तनय संकट हरण, मंगल मूर्ती रूप ।

राम लखन सीतेसह, हृदय बसहु सूर भूप.

 

Hanuman Chalisa in Odia:-

उड़ीसा एक बहुत ही लोकप्रिय प्रदेश है जहां पर उड़िया भाषा ज्यादातर लोग बोलते हैं और उड़ीसा में कुछ ऐसे भक्तजन है जो हमारे बल और बुद्धि के प्रतीक देवता से हनुमान जी का गुणगान करना चाहते हैं तो ऐसे भक्त जनों के लिए हमने इस लेख के माध्यम से उड़िया भाषा में हनुमान चालीसा का पाठ पूरी लाइनों में प्रदान कर आया है जिसे पढ़कर आप श्री हनुमान जी का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।

 

ଦୋହା

ଶ୍ରୀ ଗୁରୁ ଚରଣ ସରୋଜ ରାଜ ନିଜ ନିଜ ମନୁ ମୁକୁରୁ ସୁଧାରୀ |

ଫଳ ଦେଉଥିବା ବାରାନୁ ରଘୁବର ବିମଲ ଜସୁ |

ମସ୍ତିଷ୍କହୀନ ତନୁ ଜାନିକେ, ସୁମିରାଉନ୍ ପୱନ କୁମାର |

ବାଲ ବୁଦ୍ଧ ବିଦ୍ୟା ଦେହୁ ମୋହି, ହରହୁ କ୍ଲେଶ ଭିକର |

ଚତୁର୍ଭୁଜ

ନମସ୍କାର ପ୍ରଭୁ ହନୁମାନ |

ଜୟ କପିସ୍ ତିହୁନ୍ ଲୋକ exposed1 exposed ପ୍ରକାଶ କରିଛନ୍ତି |

ରାମ ଦୋତ ଅତୁଲିତ ବାଲ ଧାମା |

ଅଞ୍ଜାନୀଙ୍କ ପୁଅ ପୱାନସୁଟ ନାମ ॥2।

ମହାବୀର ବିକ୍ରମ ବଜରଙ୍ଗୀ |

କୁମାଟି ନିଭାର ସୁମତି 3।

କାଞ୍ଚନ ବାରଣ ବିରଜ ସୁବେସା |

କାନନ କୁଣ୍ଡଲ କୁଞ୍ଚିତ କେସା ॥4।

ହାଥ ବାଜ୍ରା ଅରୁ ଧ୍ୱାଜା ବିରଜେ |

କାନ୍ଧଗୁଡ଼ିକ ଆଙ୍କଲେଟ୍ ସହିତ ସଜ୍ଜିତ ॥5।

ଶଙ୍କର ସୁଭାନ୍ କେଶରୀ ନନ୍ଦନ |

ତେଜ ପ୍ରତାପ ମହା ଜଗବନ୍ଦନ ॥6।

ବହୁତ ଚତୁର

ରାମଙ୍କ କାମ କରିବାକୁ ଆଗ୍ରହୀ ॥7।

ତୁମେ ଭଗବାନଙ୍କ ଗ ories ରବ ଶୁଣିବାରେ ଆନନ୍ଦିତ |

ରାମ ଲଖନ ସୀତା ମନବାସିଆ ॥8।

ସୂକ୍ଷ୍ମ ଇଙ୍କି ଶୋ |

ଏକ କଠିନ ଫର୍ମ ସହିତ ଲଙ୍କ ଜାରୱା ॥9।

ଭୀମ ଆକାରରେ ଅସୁରା |

ରାମଚନ୍ଦ୍ରଙ୍କ କାର୍ଯ୍ୟ ॥10 done

ଲାଇ ସାଜିଭାନ୍ ଲାଖାନ୍ ଜିଆଏ |

ଶ୍ରୀ ରଘୁବୀର ହର୍ଷି ur ଆଣି ॥11 brought

ରଘୁପତି ତାଙ୍କୁ ବହୁତ ପ୍ରଶଂସା କରିଥିଲେ

ତୁମେ ପ୍ରିୟ ଭରତ – ସେ ଭାଇ is12 like ପରି |

ସାହା ବାଦାନ ତୁମହରୋ ଜାସ୍ ଗାୱାଇ |

ଶ୍ରୀପତି କେଉଁଠାରେ ତାଙ୍କ ସ୍ୱର sing13 ଗୀତ କରନ୍ତି?

ସାଙ୍କଡିକ୍ ବ୍ରହ୍ମାଡି ମୁନିସା |

ଅହିସା ସହିତ ନାରଦ ସରାଦ ॥14।

ଜାମ କୁବେର ଡିଜିପାଲ ଜାହାନ ଟି

କବି କୋଭିଡ ॥15 say କେଉଁଠାରେ କହିପାରିବେ?

ଧନ୍ୟବାଦ ସୁଗ୍ରିଭାହି କିନ୍ହା |

ରାମ ମିଲୟା ରାଜ ପ୍ୟାଡ ଦିନା ॥16।

ତୁମର ମନ୍ତ୍ର ବିବିଶାନ୍ ବିବେଚନା କର |

ଲଙ୍କେଶ୍ୱର ଭାୟେ ସମଗ୍ର ବିଶ୍ୱ knows17 knows ଜାଣନ୍ତି |

ଜଗ୍ ସାହାଷ୍ଟ୍ରା ଜୋଜନ୍ ଉପରେ ଭାନୁ |

ଲିଲିଓ ତାହି ମିଠା ଫଳ ଜାନୁ ॥18।

ପ୍ରଭାସ ମୁଦ୍ରା ମେଲି ମୁଖା ମାହି |

ଏହା ଆଶ୍ଚର୍ଯ୍ୟଜନକ ନୁହେଁ ଯେ ଜଳ ॥19 ଅତିକ୍ରମ କରିଛି |

କଠିନ ଦୁନିଆକୁ ଜୟ କର |

ତୁମର ସହଜ ଅନୁଗ୍ରହ ॥20।

ପ୍ରଭୁ ରାମା ଆମକୁ ସୁରକ୍ଷା ଦିଅନ୍ତି |

ଅର୍ଡର ବିନା ଟଙ୍କା ନାହିଁ ॥21।

ସମସ୍ତ ସୁଖ ତୁମର ଅଟେ |

ଆପଣ କାହିଁକି ରକ୍ଷକଙ୍କୁ ଭୟ କରିବା ଉଚିତ୍ ॥22।

ନିଜେ ନିଜର ଯତ୍ନ ରଖ

ସମସ୍ତ ତିନୋଟି ଦୁନିଆ ହେଉଛି ହଙ୍କ୍ ତାଇ କପାଇ ॥23।

ଭୂତ ଭାମ୍ପାୟାର ନିକଟକୁ ଆସ ନାହିଁ |

ଯେତେବେଳେ ମହାବୀର ନାମ ॥24 rec ପ rec ନ୍ତି |

ନାସାଇ ରୋଗ ହରେ ସାବ ପିରା |

କ୍ରମାଗତ ଭାବରେ ହନୁମାତ୍ ବିରା ॥25 ଜପ କରନ୍ତୁ |

ହନୁମାନ ଆପଣଙ୍କୁ ଅସୁବିଧାରୁ ରକ୍ଷା କରିବେ |

ମନ ଅର୍ଡର ଶବ୍ଦ ଧ୍ୟାନ ଯାହା ॥26 brings ଆଣିଥାଏ |

ସମସ୍ତଙ୍କ ଉପରେ ରାମ ରାଜା ରାଜା |

ତୁମେ ନଡା କାମରେ ସଜାଯାଇଛି ॥27।

ଏବଂ ଯିଏ କେବେ ଇଚ୍ଛା ଆଣିଥାଏ |

ସୋ ଆମିଟ୍ ଜୀବନ ଏହାର ଫଳ ପାଇଲା ॥28।

ତୁମର ମହିମା ଚାରି ଯୁଗରେ ଅଛି |

ଏହା ହେଉଛି ପ୍ରସିଦ୍ଧ ବିଶ୍ୱ ଆଲୋକ ॥29।

ତୁମେ ସାଧୁ ଏବଂ ଷ୍ଟୋକ୍ ର ତଦାରଖକାରୀ |

ଅସୁରା ନିକନ୍ଦନ ରାମ ଦୁଲାର ॥30।

ଅଷ୍ଟା ସିଦ୍ଧ ନଅ ପାଣ୍ଠିର ଦାତା |

ବାର୍ ଡିନ୍ ଜାନକୀଙ୍କର ମାତା ॥31।

ରାମ ରସାୟନ ତୁମ୍ହେ ପାସା |

ସର୍ବଦା ରଘୁପତିଙ୍କର ଦାସ ହୁଅନ୍ତୁ ॥32।

ତୁମ ପ୍ରତି ଭକ୍ତି ମାଧ୍ୟମରେ ଜଣେ ଶ୍ରୀ ରାମ ପ୍ରାପ୍ତ କରେ |

ଜନ୍ମର ଦୁ ows ଖ ଭୁଲିଯା ॥33।

ଶେଷରେ ରଘୁଭର୍ପୁରକୁ ଯାଆନ୍ତୁ |

ଯେଉଁଠାରେ ହରି ଭକ୍ତ ଜନ୍ମ ହୋଇଥିଲେ ॥34।

ଏବଂ ଭଗବାନ ଏଥିପ୍ରତି ଦୃଷ୍ଟି ଦେଲେ ନାହିଁ

ସମସ୍ତ ସୁଖ ହନୁମାତ୍ ॥35 by ଦ୍ୱାରା କରାଯାଇଥିଲା |

ସମସ୍ତ ବିପଦ ଦୂର ହୋଇଯାଏ ଏବଂ ସମସ୍ତ ଯନ୍ତ୍ରଣା ଲୋପ ପାଇବ |

ଜୋ ସୁମିରାଇ ହନୁମାତ୍ ବାଲବିରା ॥36।

ଜୟ ଜୟ ଜୟ ହନୁମାନ ଗୁସାଇ |

ଦୟାକରି ମୋତେ ଗୁରୁ ଦେବ ॥37 like ପରି ଆଶୀର୍ବାଦ କରନ୍ତୁ |

ଯିଏ ଏହାକୁ 100 ଥର ପାଠ କରେ |

ଯେତେବେଳେ କଏଦୀ ॥38 released ମୁକ୍ତ ହେଲା ସେତେବେଳେ ବହୁତ ଖୁସି ଥିଲା |

ଯିଏ ହନୁମାନ ଚଲିସା ପ read ନ୍ତି |

ହଁ ସିଦ୍ଧ ସାହି ଗ aur ରିସା ॥39।

ତୁଲସିଦାସ ସାଦା ହରି ଚେରା |

କିଜାଇ ନାଥ ହ୍ରଦାଇ ମହ ଡେରା ॥40।

ଦୋହା

ପୱନ ତନୟ ସଙ୍କତ ହରନ୍, ମଙ୍ଗଲ ପ୍ରତିମା ରୂପ |

ରାମ ଲଖନ ସୀତାଙ୍କ ସହିତ ହୃଦୟ ହେଉଛି ବାସୁହୁ ସୁର ଭୋପ |

 

Hanuman Chalisa in Gujarati:-

नीचे की कुछ लाइनों के माध्यम से हमने हनुमान चालीसा का पाठ पूर्ण रूप से प्रदान कर आया है जो भक्तजन इस पाठ को गुजराती भाषा में पढ़ना चाहते हैं तो उनके लिए यह बहुत ही महत्वपूर्ण हनुमान चालीसा का पाठ है।

अगर गुजराती भक्तजन इस पाठ को हिंदी भाषा में पीडीएफ फाइल के माध्यम से अपने मोबाइल में डाउनलोड करना चाहते हैं तो ऐसे भक्तजनों को इस लेख के माध्यम से Hanuman Chalisa Pdf फाइल हिंदी भाषा में प्रदान कराया है जिसे आप अपने मोबाइल में आसानी से बटन के माध्यम से क्लिक करके डाउनलोड कर सकते हैं और इसका अपने मोबाइल में ऑफलाइन माध्यम से हनुमान चालीसा का गुणगान करके हनुमान जी का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।

દોહા

શ્રી ગુરુ ચરણ સરોજ રાજ નિજ મનુ મુકરુ સુધારી।

બરનુ રઘુબર બિમલ જાસુ જે ફળ આપે।

મગજહીન તનુ જાનિકે, સુમિરૌન પવન કુમાર

બલ બુધિ વિદ્યા દેહુ મોહિ, હરહુ ક્લેશ વિકાર

ચારગણું

હનુમાનજીની જય

જય કપિસ તિહુન લોક ઉજાગર ॥1॥

રામ દૂત અતુલિત બલ ધમા

અંજની પુત્ર પવનસુત નામ ॥2॥

મહાબીર બિક્રમ બજરંગી

કુમતિ નિવાર સુમતિના સાથી ॥3॥

કંચન બરન બિરાજ સુબેસા

કાનન કુંડલ કુંચિત કેસા ॥4॥

હાથ બાજરા અરુ ધ્વજા બિરાજે

ખભા પાયલથી શોભે છે ॥5॥

શંકર સુવન કેસરી નંદન

તેજ પ્રતાપ મહા જગવંદન ॥6॥

બહુ હોશિયાર

રામનું કામ કરવા આતુર ॥7॥

તમે ભગવાનના મહિમા સાંભળવામાં આનંદ કરો છો

રામ લખન સીતા મનબસિયા ॥8॥

સૂક્ષ્મ શાહી શો

કઠિન રૂપ લંક જરાવા ॥9॥

ભીમના રૂપમાં અસુર

રામચંદ્રનું કામ થયું ॥10॥

લાય સજીવન લખન જીયાયે

શ્રી રઘુબીર હરષિ ઘર લાવ્યા ॥11॥

રઘુપતિએ તેમની ખૂબ પ્રશંસા કરી

તું પ્રિય ભરત – તે ભાઈ સમાન છે ॥12॥

સહસ બદન તુમ્હારો જસ ગવાઈ

શ્રીપતિ ક્યાં ગાઈ તેની વાણી ॥13॥

સનકાદિક બ્રહ્માદિ મુનિસા

અહિસા સહિત નારદ સારદ ॥14॥

જમ કુબેર દિગપાલ જહાં તે

કવિ કહિ કોવિડ કહિ ॥15॥

આભાર સુગ્રીવહિ કિન્હા

રામ મિલાયા રાજ પદ દીન્હા ॥16॥

તમારો મંત્ર બિભીષણ ગણ્યો

લંકેશ્વર ભયે સર્વ જગત જાણે ॥17॥

જુગ સહસ્ત્ર જોજન પર ભાનુ

લીલ્યો તાહિ મધુર ફળ જાનુ ॥18॥

પ્રભુ મુદ્રિકા મેલી મુખ માહી

પાણી ઓળંગી ગયા તે નવાઈ નથી ॥19॥

મુશ્કેલ વિશ્વ પર વિજય મેળવો

તમારી સહજ કૃપા ॥20॥

ભગવાન રામ આપણું રક્ષણ કરે છે

આજ્ઞા વિના ધન નથી ॥21॥

બધી ખુશીઓ તમારી છે

રક્ષકથી કેમ ડરવું જોઈએ ॥22॥

તમારી સંભાળ રાખો

ત્રણે લોક હાંક તાઈ કપાઈ ॥23॥

ભૂત વેમ્પાયર નજીક ન આવે

જ્યારે મહાવીર નામનો પાઠ કરે છે ॥24॥

નાસાઈ રોગ હરે સબ પીરા

જપ નિરંતર હનુમત બીરા ॥25॥

હનુમાન તમને મુશ્કેલીમાંથી બચાવશે

મન ક્રમ શબ્દો ધ્યાન જે લાવે ॥26॥

રામ તપસ્વી રાજા સર્વ ઉપર

વરઘોડાના કામથી તમે શણગાર્યા છો ॥27॥

અને જે ક્યારેય ઈચ્છા લાવે છે

સોઇ અમિત જીવન તેનું ફળ મળ્યું ॥28॥

તમારો વૈભવ ચારેય યુગમાં છે

આ પ્રસિદ્ધ જગત પ્રકાશ છે ॥29॥

તમે સંતો અને સંતોના રખેવાળ છો

અસુર નિકંદન રામ દુલારે ॥30॥

અષ્ટ સિદ્ધિ નવ ફંડના દાતા

અસ બાર દેન જાનકી માતા ॥31॥

રામ રસાયણ તુમ્હે પાસ

સદા રઘુપતિના દાસ રહો ॥32॥

તમારી ભક્તિ દ્વારા શ્રી રામની પ્રાપ્તિ થાય છે

જન્મોજન્મના દુ:ખ ભૂલી જાઉં ॥33॥

છેલ્લે રઘુવરપુર જાઓ

જ્યાં હરિ ભક્તનો જન્મ થયો ॥34॥

અને દેવને વાંધો નહોતો

હનુમતથી સર્વ સુખ થયું ॥35॥

બધા જોખમો દૂર થઈ જશે અને બધી પીડા અદૃશ્ય થઈ જશે

જો સુમિરાઈ હનુમત બલબીરા ॥36॥

જય જય જય હનુમાન ગુસાઈ

મને ગુરુ દેવ જેવા વરદાન આપો ॥37॥

જે 100 વાર તેનો પાઠ કરે છે

કેદી છૂટ્યા ત્યારે અતિ આનંદ થયો ॥38॥

જે હનુમાન ચાલીસા વાંચે છે

હા સિદ્ધ સખી ગૌરીસા ॥39॥

તુલસીદાસ સદા હરિ ચેરા

કીજાઈ નાથ હૃદય મહ ડેરા ॥40॥

દોહા

પવન તનય સંકટ હરણ, મંગલ મૂર્તિ સ્વરૂપ.

રામ લખન સીતા સાથે, હૃદય બસહુ સુર ભૂપ છે.

 

हनुमान चालीसा आरती | Hanuman Chalisa Lyrics:-

श्री महावीर जब नाम सुनावे भूत प्रेत सब निकट ना आवे श्री हनुमानजी हिंदू धर्म में सबसे लोकप्रिय बल और बुद्धि के प्रतीक माने जाने वाले देवता हैं जो अपने भक्तजनों को शहर शक्ति और सुरक्षा प्रदान कराते हैं ऐसे भक्तजन जो हनुमान चालीसा आरती का वंदन करते हैं ऐसे भक्त जनों को श्री हनुमान जी बल बुद्धि और साहस प्रदान कराते हैं।

नीचे के लेख में हमने श्री हनुमान जी के आरती का गुणगान किया है अगर ऐसे भक्तजन जो Hanuman chalisa को पीडीएफ फाइल के माध्यम से गुणगान करना चाहते हैं तो ऐसे भक्त जनों के लिए हमने इस लेख में Hanuman Chalisa Pdf फाइल हिंदी भाषा में प्रस्तुत की है

इस hanuman chalisa lyrics को श्री हनुमान भक्त जन एक बटन के माध्यम से क्लिक करके आसानी से अपने किसी भी डिजिटल डिवाइस में सेव कर सकते हैं इस पीडीएफ फाइल का ऑफलाइन माध्यम से मोबाइल के द्वारा गुणगान कर सकते हैं।

Hanuman Chalisa Lyrics in Hindi:-

जो भक्त जन श्री हनुमान जी की आरती का गुणगान करना चाहते हैं तो ऐसे भक्त जनों के लिए नीचे के लेख में कुछ लाइनों के माध्यम से बल और बुद्धि के प्रतीक और साहस प्रदान कराने वाले देवता श्री हनुमान जी की आरती का गुणगान किया गया है।

 

आरती कीजै हनुमान लला की। दुष्ट दलन रघुनाथ कला की।।

जाके बल से गिरिवर कांपे। रोग दोष जाके निकट न झांके।।

अंजनि पुत्र महाबलदायी। संतान के प्रभु सदा सहाई।।

दे बीरा रघुनाथ पठाए। लंका जारी सिया सुध लाए।।

लंका सो कोट समुद्र सी खाई। जात पवनसुत बार न लाई।।

लंका जारी असुर संहारे। सियारामजी के काज संवारे।।

लक्ष्मण मूर्छित पड़े सकारे। आणि संजीवन प्राण उबारे।।

पैठी पताल तोरि जमकारे। अहिरावण की भुजा उखाड़े।।

बाएं भुजा असुर दल मारे। दाहिने भुजा संतजन तारे।।

सुर-नर-मुनि जन आरती उतारे। जै जै जै हनुमान उचारे।।

कंचन थार कपूर लौ छाई। आरती करत अंजना माई।

लंकविध्वंस कीन्ह रघुराई। तुलसीदास प्रभु कीरति गाई।।

जो हनुमानजी की आरती गावै। बसी बैकुंठ परमपद पावै।।

आरती कीजै हनुमान लला की। दुष्ट दलन रघुनाथ कला की।

Hanuman Chalisa Lyrics in English:-

श्री हनुमान जी की आरती का गुणगान जो भक्तजन इंग्लिश भाषा में करना चाहते हैं तो उनके लिए नीचे के लेख में हनुमान जी की आरती का गुणगान इंग्लिश भाषा में प्रस्तुत किया गया है।

Let us sing the glory of the baba Hanuman. Wicked Dalan of Raghunath Kala.

Girivar trembled by force. Don’t peep close to the disease and fault.

Anjani’s son Mahabaldayi. The Lord of the children always helps.

Send De Beera Raghunath. Lanka continues to bring Siya Sudh.

Lanka was like an ocean of so many coats. Caste did not bring Pawansut bar.

Lanka continues to destroy the demons. Get Siyaramji’s work done.

Laxman fainted. And Sanjeevan saved his life.

Paithi Patal Tori Jamakare. Uprooted Ahiravana’s arm.

The left arm killed the Asura Dal. Right arm saints.

Sur-Nar-Muni performed Jan Aarti. Jai Jai Jai Hanuman Uchare.

Kanchan Thar Kapoor flame. Anjana Mai doing Aarti.

Lank demolition Keenh Raghurai. Tulsidas Prabhu Kirti Gai.

The one who sings the aarti of Hanumanji. Basi Baikunth got the supreme position.

Let us sing the glory of the Baba Hanuman. Wicked Dalan of Raghunath Kala.

 

Hanuman Chalisa Lyrics in Bengali:-

ऐसे भक्तजन जो श्री हनुमान जी की आरती का बंदना बंगाली भाषा में करना चाहते हैं तो उनके लिए बंगाली भाषा में श्री हनुमान जी की आरती प्रस्तुत है।

আসুন বাবা হনুমানের মহিমা গাই। রঘুনাথ কালের দুষ্ট দালান।

গিরিবর জোরে কেঁপে উঠল। রোগ এবং দোষের কাছাকাছি উঁকি দেবেন না।

অঞ্জনির পুত্র মহাবলদায়ী। শিশুদের প্রভু সর্বদা সাহায্য করেন।

দে বিরা রঘুনাথ পাঠাও। লঙ্কা সরিয়া সুধ আনিতে থাকে।

লঙ্কা ছিল অনেক আবরণের সমুদ্রের মত। জাত পবনসুত বার আনে না।

লঙ্কা অসুরদের ধ্বংস করতে থাকে। সিয়ারামজির কাজ সেরে নিন।

লক্ষ্মণ অজ্ঞান হয়ে গেল। আর সঞ্জীবন তার জীবন রক্ষা করেন।

পৃথিবী পটল তোরি জামাকারে। উপড়ে ফেলল অহিরাবণের বাহু।

বাম হাত অসুর দলকে হত্যা করে। ডান হাত সাধু.

সুর-নর-মুনি জন আরতি করলেন। জয় জয় জয় হনুমান উচরে।

কাঞ্চন থর কাপুর শিখা। অঞ্জনা মাই আরতি করছে।

লঙ্ক ধ্বংস কীন্হ রঘুরাই৷ তুলসীদাস প্রভু কীর্তি গাই৷

যে হনুমানজীর আরতি গায়। বাসি বৈকুণ্ঠ পেলেন সর্বোচ্চ পদ।

আসুন বাবা হনুমানের মহিমা গাই। রঘুনাথ কালের দুষ্ট দালান।

 

Hanuman Chalisa Lyrics in Tamil:-

श्री हनुमान जी की आरती तमिल भाषा में प्रदान कराई गई है जो भक्त जन तमिल भाषा में श्री हनुमान जी की आरती का वदना करना चाहते हैं तो उनके लिए नीचे की लाइन श्री हनुमान जी की आरती के द्वारा प्रदान कराई गई हैं काफी महत्वपूर्ण और लाभदायक प्रदान होगा।

பாபா அனுமனின் பெருமையைப் பாடுவோம். ரகுநாத கலாவின் பொல்லாத தலன்.

கிரிவர் பலத்தால் நடுங்கினார். நோய் மற்றும் தவறுகளை நெருங்கி பார்க்காதீர்கள்.

அஞ்சனியின் மகன் மகாபல்தாயி. குழந்தைகளின் இறைவன் எப்போதும் உதவுகிறான்.

தே பீரா ரகுநாத்தை அனுப்புங்கள். சியா சுத்தை இலங்கை தொடர்ந்து கொண்டு வருகிறது.

லங்கா பல பூச்சுகள் கொண்ட கடல் போல இருந்தது. ஜாதி பவன்சூட் பட்டையைக் கொண்டுவரவில்லை.

இலங்கை தொடர்ந்து அசுரர்களை அழித்து வருகிறது. சியாராம்ஜியின் வேலையைச் செய்யுங்கள்.

லட்சுமணன் மயங்கி விழுந்தான். மேலும் சஞ்சீவன் உயிரை காப்பாற்றினார்.

பைதி படல் தோரி ஜமகரே. அஹிராவணனின் கையை வேரோடு பிடுங்கினான்.

இடது கை அசுர தளத்தைக் கொன்றது. வலது கை புனிதர்கள்.

சுர்-நர்-முனி ஜன் ஆரத்தி செய்தார். ஜெய் ஜெய் ஜெய் ஹனுமான் உச்சாரே.

காஞ்சன் தார் கபூர் சுடர். அஞ்சனா மாய் ஆரத்தி செய்கிறார்.

லாங்க் இடிப்பு கீன் ரகுராய். துளசிதாஸ் பிரபு கீர்த்தி கை.

அனுமன்ஜியின் ஆரத்தியைப் பாடுபவர். பாசி பைகுந்த் உயர் பதவியைப் பெற்றார்.

பாபா அனுமனின் பெருமையைப் பாடுவோம். ரகுநாத கலாவின் பொல்லாத தலன்.

 

Hanuman Chalisa Lyrics in Gujarati:-

गुजराती भाषा में अनु श्री हनुमान जी की आरती का गुणगान करने के लिए गुजराती भक्त जनों के लिए हमने नीचे की कुछ लाइनों में गुजराती भाषा में हनुमान जी की आरती का गुणगान किया है जिसे आप पढ़ कर अपने मन को शांति प्राप्त कर सकते हैं और बल और बुद्धि के प्रतीक देवता श्री हनुमान जी का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।

ચાલો બાબા હનુમાનનો મહિમા ગાઈએ. રઘુનાથ કાલાનું દુષ્ટ દાલન.

ગિરિવર બળથી ધ્રૂજ્યો. રોગ અને દોષની નજીક ડોકિયું ન કરો.

અંજનીનો પુત્ર મહાબલદયી. બાળકોના ભગવાન હંમેશા મદદ કરે છે.

મોકલી દે બીરા રઘુનાથ. લંકા સિયા સુધ લાવવાનું ચાલુ રાખે છે.

લંકા ઘણા કોટના મહાસાગર જેવી હતી. જાતિ પવનસુત બાર ન લાવી.

લંકા રાક્ષસોનો નાશ કરતી રહે છે. સિયારામજીનું કામ કરાવો.

લક્ષ્મણ બેહોશ થઈ ગયો. અને સંજીવને તેનો જીવ બચાવ્યો હતો.

પૃથી પાતાલ તોરિ જમાકરે। અહિરાવણનો હાથ ઉખેડી નાખ્યો.

ડાબા હાથે અસુર દળનો વધ કર્યો. જમણા હાથના સંતો.

સુર-નર-મુનિએ જન આરતી કરી. જય જય જય હનુમાન ઉચ્ચરે.

કંચન થર કપૂર જ્યોત. આરતી કરતી અંજના મા.

લંક વિધ્વંસ કીન્હ રઘુરાઈ। તુલસીદાસ પ્રભુ કીર્તિ ગઈ।

જે હનુમાનજીની આરતી ગાય છે. બસી બૈકુંઠને સર્વોચ્ચ પદ મળ્યું.

ચાલો બાબા હનુમાનનો મહિમા ગાઈએ. રઘુનાથ કાલાનું દુષ્ટ દાલન.

 

Hanuman Chalisa Ringtone:-

अगर आप महावीर श्री हनुमान जी की हनुमान चालीसा रिंगटोन को अपने मोबाइल लैपटॉप कंप्यूटर आदि किसी भी डिजिटल डिवाइस में डाउनलोड करके सेव करना चाहते हैं तो नीचे के लेख में बटन के माध्यम से हमने Hanuman Chalisha Ringtone प्रदान कराई है जिसे आप अपने किसी भी डिवाइस में आसानी से डाउनलोड करके सेव कर सकते हैं और इसे सुनकर अपने मन को शांति प्राप्त कर सकते हैं।

 

Hanuman Chalisa Photo:-

ऐसी भक्तजन जो श्री हनुमान जी द्वारा प्रस्तुत हनुमान चालीसा पाठ हिंदी मै photo देखना चाहते हैं या अपने मोबाइल में सेव करना चाहते हैं तो ऐसे भक्त जनों के लिए हमने यह बहुत ही सुंदर श्री हनुमान जी द्वारा प्रस्तुत हनुमान चालीसा का फोटो प्रदान कर आया है जिसे भक्तजन आसानी से अपने मोबाइल में सेव कर सकते हैं या ऑनलाइन माध्यम से इसका गुड़गान कर सकते हैं।

Hanuman Chalisa Pdf
Hanuman Chalisa Photo

 

हनुमान चालीसा पाठ विधि:-

श्री हनुमान जी बल और बुद्धि के प्रतीक देवता माने जाते हैं श्री हनुमान जी का पूजन करने के लिए भक्तजनों को सबसे पहले स्नान करके शुद्ध होना चाहिए, इसके बाद श्री हनुमानजी के भक्त जन पूर्व दिशा में आसन लगाकर बैठ जाएं उसके बाद भक्तजनों को श्री हनुमान जी की प्रतिमा या श्री राम दरबार का चित्र या आसन लगाना चाहिए, उसके बाद श्री हनुमानजी के भक्त जनों को हाथ में कुछ चावल, पुष्प, और दूर्वा लेकर श्री हनुमान जी के मंत्र का उच्चारण करना चाहिए और उनका ध्यान लगाकर बैठना चाहिए।

Hanuman Chalisa Pdf
Hanuman Chalisa Photo

 

हनुमान चालीसा हिंदी में pdf download mp3:-

ऐसा माना जाता है कि बल और बुद्धि के प्रतीक देवता श्री हनुमान जी का पाठ करने से भक्तजनों को बहुत ही लाभ मिलते हैं श्री हनुमान जी का हनुमान चालीसा पाठ करने से भक्तजनों को बादाम और बुराइयों को दूर करने अध्यात्मिक विकास और आत्मविश्वास को बढ़ाने में मदद करता है हनुमान चालीसा का पाठ करने से भक्तजनों के ग्रहों की पीड़ा नकारात्मक ऊर्जा दूर हो जाती है और उनके मन को सुख शांति प्राप्त होती है।

श्री हनुमानजी के भक्त जन अगर उनकी हनुमान चालीसा हिंदी में pdf download mp3 ऑडियो के माध्यम से सुनना चाहते हैं, या Hanuman chalisha mp3 download करना चाहते हैं तो ऐसे भक्त जनों के लिए हमने इस लेख के माध्यम से एक बटन के द्वारा हनुमान चालीसा प्रदान कराई है

जिसे श्री हनुमानजी के भक्त जन उस बटन पर क्लिक करके आसानी से हनुमान चालीसा MP3 अपने मोबाइल या डिजिटल डिवाइस में आसानी से डाउनलोड करके सेव कर सकते हैं। जय श्री हनुमान।

Hanuman Chalisa with Meaning in Hindi:-

हनुमान चालीसा एक बहुत ही धार्मिक और पवित्र स्त्रोत है जिसका गुरुवार करने से भक्तजनों के सभी संकट और बाधाएं दूर चली जाती हैं ऐसे भक्त जो प्रतिदिन हनुमान चालीसा का गुणगान करते हैं उन भक्तों के लिए हनुमान की कृपा उन पर सदैव बनी रहती है।

Hari Om Sharan Hanuman Chalisa:-

हनुमान चालीसा एक बहुत ही पवित्र धार्मिक स्थल माना जाने के साथ साथ है हनुमान जी के भक्त जनों की मन की शांति लाने में महत्वपूर्ण का निभाता है इस लेख के माध्यम से हम Hari om sharan Hanuman chalisha प्रदान कराने वाले हैं ऐसा माना जाता है कि हनुमान चालीसा भक्त जनों को बहुत ही अधिक संतुष्टि प्रदान कराता है

इस हनुमान चालीसा को हमने डिजिटल फॉर्म में पीडीएफ फाइल के माध्यम से इस लेख में एक बटन के माध्यम से प्रदान कर आया है जहां से भक्तजन इस पीडीएफ फाइल को अपने किसी भी डीजल डिवाइस में आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं

इस पीडीएफ फाइल का बहुत ही आसानी से और सुविधाजनक माध्यम से इसका गुणवान करके अपने मन में शांति प्रदान कर सकते हैं और बल और बुद्धि के प्रतीक देवता श्री हनुमान जी का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।

Hanuman Chalisa Download Song:-

अगर श्री हनुमानजी के भक्त जन्म हनुमान जी की हनुमान चालीसा का ऑडियो काम में सॉन्ग प्राप्त करना चाहते हैं तो ऐसे भक्तजन को हम बता दें कि ऑनलाइन माध्यम से इन को प्राप्त करना बहुत ही सरल माना जाता है, बहुत से ऐसे डिजिटल प्लेटफॉर्म है जो श्री हनुमान जी के सॉन्ग ऑनलाइन माध्यम से प्रदान कराते हैं।

अगर श्री हनुमानजी के भक्त जन हनुमान चालीसा या हनुमान जी से संबंधित सोंग्स प्राप्त करना चाहते हैं तो उनको ऑनलाइन माध्यम से कुछ वेबसाइट के जरिए इनको फ्री में डाउनलोड करना होगा जिनका लिंक हम नीचे बटन के माध्यम से प्रदान करेंगे।

Convenience and Portability of Hanuman Chalisa PDFs:-

श्री हनुमानजी के भक्त जन हनुमान चालीसा का गुणगान वीडियो फाइल के माध्यम से करना चाहते हैं तो ऐसे भक्त जनों को हमने इस लेख के माध्यम से पीडीएफ फाइल बटन के द्वारा प्रदान कराई है भक्तजनों पर के लेख में बटन पर क्लिक करके इस पीडीएफ फाइल को आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं

भक्तजन पीडीएफ फाइल के माध्यम से अपनी हनुमान चालीसा का गुणगान कर सकते हैं पीडीएफ फाइल एक बहुत ही सरल और सुबोध साधन है जो एक मोबाइल से दूसरे मोबाइल में भी ट्रांसफर किया जा सकता है और इसको बिना किसी इंटरनेट के माध्यम से मोबाइल में ओपन करके हनुमान चालीसा का गुणगान किया जा सकता है।

How to Use a Hanuman Chalisa PDF:-

अगर आप हनुमान चालीसा का गुणगान पीडीएफ के माध्यम से करना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले इसलिए मैं अपने बटन के माध्यम से हनुमान चालीसा की पीडीएफ फाइल प्रदान कराई है आप उसे अपने किसी भी डिजिटल डिवाइस में डाउनलोड करके सेव कर लीजिए।

अब आप इस पीडीएफ फाइल को पढ़ने के लिए सबसे पहले यह सुनिश्चित कीजिए कि आपके किसी भी डिजिटल डिवाइस में इस पीडीएफ फाइल को ओपन करने के लिए पीडीएफ रीडर नाम का एक एप्स डाला हुआ है या नहीं अगर नहीं है तो आप इसे गूगल प्ले स्टोर पर जाकर इंस्टॉल कर लीजिए।

अब आपको अपनी पीडीएफ फाइल पर क्लिक करके पीडीएफ फाइल को ओपन कर लेना है और आप अपने हनुमान चालीसा का कुर्बान पीडीएफ फाइल के माध्यम से कर सकते हैं और बल और बुद्धि के प्रति देवता से हनुमान जी का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।

Hanuman Chalisa Reading:-

हनुमान चालीसा को आज के समय में डिजिटल फॉर्म के माध्यम से सभी भक्तजनों तक पहुंचाना बहुत जरूरी है क्योंकि ऐसे भक्तजन जिनके पास हनुमान चालीसा से संबंधित पुस्तक के प्राप्त होना मुश्किल हो जाता है तो ऐसे भक्तजनों को हमने इस लेख के माध्यम से Hanuman Chalisa Pdf फाइल प्रदान कराई है

हनुमान चालीसा कीस पीडीएफ फाइल के माध्यम से हनुमानजी के भक्त जन इस पीडीएफ फाइल को आसानी से अपने किसी भी डिजिटल डिवाइस में ओपन करके इसका गुणगान कर सकते हैं इस पीडीएफ फाइल को किसी भी डिजिटल डिवाइस में ओपन किया जा सकता है और इसे एक मोबाइल से या एक डिवाइस से दूसरे डिवाइस में आसानी से साझा किया जा सकता है।

Hanuman Chalisa Likha Hua:-

श्री हनुमान जी के ऐसे भक्तजन जो हनुमान चालीसा को पीडीएफ फाइल के माध्यम से लिखा हुआ राइटिंग में पढ़ना चाहते हैं तो ऐसे भक्त जनों को हमने इस लेख में पीडीएफ फाइल भी प्रदान कराई है जहां से भक्तजन इसे पीडीएफ फाइल के माध्यम से पढ़ सकते हैं।

Conclusion:-

हिंदू धर्म के सबसे प्रचलित और साहसी बल और बुद्धि के प्रतीक देवता श्री हनुमान जी का महत्व बहुत ही ज्यादा है क्योंकि श्री हनुमान जी लोगों को शांति बल बुद्धि और संकटों से दूर करने की शक्ति प्रदान कराते हैं।

श्री हनुमानजी के भक्त जनों को हमने इस लेख के माध्यम से Hanuman Chalisa Pdf हिंदी भाषा में प्रदान कराई है और साथ ही साथ ऐसे भक्तजन जो हनुमान चालीसा को अन्य किसी भिन्न भिन्न भाषाओं में पढ़ना चाहते हैं तो ऐसे भक्त जनों को इस लेख के माध्यम से हमने हनुमान चालीसा भिन्न-भिन्न भाषाओं में भी प्रदान कराई है

जिससे कि हनुमान चालीसा ऐसे सभी भक्तजनों तक पहुंच सके जो इसको पढ़कर इसका गुणगान करना चाहते हैं और अपने मन में शांति प्राप्त करना चाहते हैं।

आशा है कि हमारे श्री हनुमान जी के भक्त जनों को इस लेख के माध्यम से जरूर उनकी इच्छा के अनुसार जो वो चाहते हैं श्री हनुमान जी द्वारा सहायता मिली होगी अगर श्री हनुमानजी के भक्त जनों को इस लेख के माध्यम से कोई भी सहायता मिली हो तो श्री हनुमानजी के भक्त जन्म इसी लेख के अंत में कमेंट बॉक्स के माध्यम से अपना फीडबैक साझा करना ना भूलें और कमेंट में जय श्री राम जय श्री हनुमान लिखना ना भूलें। धन्यवाद! 

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FAQs for Hanuman Chalisa Pdf Free Download 2023:-

 

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